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डॉ रामपाल जी
◙ राष्ट्रीय ज्योतिष वास्तु आयुर्वेद विज्ञान ट्रस्ट. www.rjvavtvastu.com
◙ 35 वर्ष
◙ पीएचडी(ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्र)
गाजियाबाद उत्तर प्रदेश
◙ +91 9821-608066, 8595-639695(What'sapp no).
◙ researchastroindia@gmail.com
परिचय-:

डा0 रामपाल कश्यप जी गत 35 वर्षो से राष्ट्रीय ज्योतिष वास्तु आयुर्वेद विज्ञान ट्रस्ट (रजि0) के द्वारा संचालित ‘‘वास्तु ज्योतिष केन्द्र’’ के माध्यम से कैंप कार्यालय संचालित कर लोगों का मार्ग दर्शन कर रहें हैं

डा0 रामपाल कश्यप जी की सबसे खास बात यह है कि कुण्डली देखकर व भवन विजिट कर बीमारियाँ व परेशानियाँ बताने में माहिर है मैडिकल कराये बिना ही बीमारी बताने में पश्चिम भारत में धूम मचा रखी हैं जिनके अचूक उपाय से प्राणी आसानी से ठीक हो जाता है इनके उपाय इतने कारागार सिद्ध होने का सबसे बड़ा कारण है कि डा0 कश्यप वास्तु परीक्षण व कुण्डली परीक्षण में प्राचीन व वैदिक पद्धति का प्रयोग करना है।

एक प्रसिद्ध ज्योतिषी व वास्तु शास्त्री होने के साथ-साथ डा0 रामपाल कश्यप जी इसके अलावा ज्योर्तिायुर्वेद (ASTROMEDICAL) के प्रसिद्ध सलाहकार है डा0 रामपाल कश्यप जी का कहना है कि होनी अनहोनी आकस्मिक घटनाओं की जानकारी जन्म कुण्डली का विश्लेषण वर्ष में एक बार जरूर कराये वास्तु के अनुसार भवन, मकान में तथा कुण्डली के अनुसार ग्रहों के उपाय से परिवार में सुख समृद्धि हर प्रकार से उत्तम होगी

डा0 कश्यप द्वारा वास्तु के अनुसार शहर के गली मोहल्ले में बने भवन तथा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित शहर में बने व बसे शहर में बने भवन प्रत्येक वर्ष बनायी गयी सड़को के ऊचाँ होना मानक स्थिर न होने पर 10-15 साल बाद भवन में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होने से विकास का स्तर गिरता हैं। व्यापार बन्द होते चले जाते है सड़को का ऊचाँई का मानक स्थिर होना चाहिये।

डा0 रामपाल कश्यप जी की सलाह है कि भवन निर्माण के दौरान निम्न बातों को ध्यान में रखें -:

1. भवन निर्माण के पूर्व प्लाट की वास्तु रजिस्ट्री अवश्य करायें।
2. भवन निर्माण से पहले मिट्टी की जाँच भूमि ऊर्जावान जागृत कराने पर ही भवन तैयार कराया जाये।
3. भवन निर्माण के आरम्भ मे खुदाई व निर्माण के समय जीव हत्या (सर्प व गुहा) न करें।
4. भन निर्माण शिलान्यास शुभ महुर्त व शुभ स्वर में करना चाहिये।
5. भवन निर्माण शुद्ध मिट्टी व मैटेरियल का ही प्रयोग करें।
6. भवन निर्माण के दोरान निर्माण स्थल पर निर्माण कार्य के समय गाली गलोच मार पीट आदि न करें।
7. भवन निर्माण के पूर्व प्लाट की जाँच जरूरी है प्लाट के नीचे शमशान, हड्डियाँ, गड़न्त, तालाब, कुआँ, कोयले कर भट्टी, पीपल कर जड़, आदि सभी नहीं होनी चाहिये इनसे कोई न कोई बीमारी या परेशानी लगी रहेगी।

(अ) परिवार निशन्तान रहेगा
(ब) अचानक नौकरी छुटना
(स) परिवार में घाटा, चोट ऐक्सीडेन्ट
(द) भूत प्रेत बाधा उपरी असर
(ध) घरेलू उत्पात पढ़ाई विवाह में विघ्न
8. भवन निर्माण से पूर्व प्लाट पर गाय व बछड़ा बाँधे। यदि गाय बछड़े को चाटे मोह करे तो अच्छा है।
9. शमशान पर बना भवन सन्तान हीनता करता है दत्तक संतान भी जीवित नही रहती।

मुख्य विशेष-:

1. जन्म कुण्डली के विश्लेषण से बिना मैडिकल जाँच के बीमारी व परेशानी बता देने में माहिर।
2. भवन परीक्षण कर बीमारीयाँ, परेशानियाँ व दुर्घटना को बताने में एक्सपर्ट है
3. भवन के आधार पर ग्रहों की कुण्डली का शोधन कर बीमारी व परेशानी बताने के प्रमुख हैं।

सबसे मुख्य-:

भवन के देखने पर भवन मालिक की कुण्डली बनाने में एक्सपर्ट हैं डा0 रामपाल कश्यप जी भवन के अनुसार कुण्डली बनाना शोधन कर बीमारी व परेशानी की सही जानकारी देते हैं

डॉ रामपाल जी के आगामी कार्यक्रम:
आप सोमवार से शनिवार 10:00AM से 18:00PM के बीच अपनी समस्याओं के निदान हेतु एवं व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए संपर्क कर सकते हैं। संपर्क सूत्र-:+91 9821-608066, 8595-639695(What'sapp no).