परिचय-:
आचार्य देवव्रत बूट जी की गिनती आज भारत के अनुभवी ज्योतिषाचार्यों में की जाती है। आचार्य जी को ज्योतिष के क्षेत्र में 23 वर्षों से भी ज्यादा का अनुभव है। इन दो दशकों में आचार्य जी ने गहन अध्ययन एवं शोध के माध्यम से ज्योतिष के क्षेत्र के कई गूढ़ रहस्यों को समझा है और उससे लोगों का मार्गदर्शन किया।
आचार्य देवव्रत बूट जी कुंडली निर्माण, कुंडली विश्लेषण, वास्तु, रत्न ज्योतिष, दोष निवारण आदि के विशेषज्ञ माने जाते हैं। आचार्य जी की सबसे खास बात है ज्योतिष के प्रति उनका वैज्ञानिक दृष्टिकोण।
आचार्य जी काफी गहन अध्ययन के बाद ही किसी भी जातक की कुंडली का विश्लेषण करते हैं। आचार्य जी कुंडली का विश्लेषण करते समय कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों जैसे- सभी ग्रहों की स्थिति, डिग्री, दृष्टि, गति, नवांश और चलित की स्थिति आदि का अवश्य ही ध्यान रखते हैं।
यही वजह है कि उनकी भविष्यवाणी बिल्कुल सठीक होती है। ज्योतिष शास्त्र मनुष्य को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है और अपरा तथा परा विद्याओं को जोड़ने वाले पुल की तरह कार्य करता है।
इस शास्त्र से ही हम किसी के प्रारब्ध और भविष्य के बारे में कुछ जान सकते हैं और इस बात को आचार्य देवव्रत बूट जी ने भली-भांति समझा है। यही वजह है कि आज दूर-दूर से लोग आचार्य जी के पास अपनी समस्याओं के लेकर आते हैं।
आचार्य जी सभी की समस्याओं को काफी धैर्य से सुनते हैं और उसके बाद ही कोई परामर्श या उपाय बताते हैं। आज हजारों ऐसे लोग हैं, जिनके जीवन को आचार्य देवव्रत बूट जी ने खुशहाल बनाया है।
कोई भी घरेलू समस्या हो, विवाह से संबंधित कोई समस्या हो, या फिर संतान, व्यापार, करियर, रोजगार आदि से संबंधित कोई समस्या हो, इन सभी समस्याओं का समाधान आचार्य देवव्रत बूट जी के पास है। तो अगर आप भी ऐसी ही किसी समस्या से परेशान हैं तो आप आचार्य देवव्रत बूट जी से संपर्क कर सकते हैं।
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