परिचय-:
ज्योतिष आचार्य शिव गर्ग जी ज्योतिष एवं वास्तु के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान रखते हैं। शिव गर्ग जी को ज्योतिष क्षेत्र में 15 वर्षों से भी ज्यादा का अनुभव है। ज्योतिष आचार्य शिव गर्ग जी का जनम जम्मू गंगोत्री के पास उत्तर काशी जिले के मनेरी नामक स्थान पर 10-जून-1974 में हुआ। आचार्य जी ने शुरुआती शिक्षा में स्नातक किया ।
देव भूमि के सांस्कृतिक धरोहर एवं धार्मिक संपन्नता से प्रभावित ज्योतिष आचार्य शिव गर्ग जी भारत ही नहीं बल्कि विश्व भर में अपनी एक अलग पहचान रखते हैं। आयुर्वेद ज्योतिष एवं पराविज्ञान के क्षेत्र में रूचि होने के कारण ज्योतिष एवं देवभूमि के मनोहर वातावरण में मार्ग ,ध्यान और व्रत की विधियों पर कार्य करके आचार्य जी ने शिवा ज्योतिष अनुसन्धान केंद्र के विधियों पर कार्य करके शिवा ज्योतिष अनुसन्धान केंद्र की स्थापना की ।
वर्तमान समय में आचार्य जी आल इंडिया फेडरेशन ऑफ़ एस्ट्रोलॉजर सोसाइटी के हापुर जिले के चैप्टर चेयरमैन हैं।ज्योतिष आचार्य शिव गर्ग का अध्यात्म के क्षेत्र में का जाना पहचाना नाम है। आचार्य जी ज्योतिष ,योग ,ध्यान एवं तंत्र पर कार्य करने वाले एवं जिज्ञासुओं के समाधान के लिए शिक्षा एवं शिविरों का संचालन समय समय पर करते रहते हैं ।
ज्योतिष आचार्य शिव गर्ग जी के ज्ञान और अनुभव का अंदाजा हम इस बात से लगा सकते है कि उन्हें उनके कार्यों में लिए देश भर के विभिन्न संस्थाओं द्वारा अनेकों पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इन्हें मानव कल्याण के लिए धार्मिक अध्यात्म विज्ञान के क्षेत्र में योगदान के लिए आल इंडिया फेडरेशन ऑफ़ एस्ट्रोलॉजर सोसाइटी की अोर से सम्मानित किया गया है।
आल इंडिया फेडरेशन ऑफ़ एस्ट्रोलॉजर संस्था के माध्यम से आचार्य जी ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्र की शिक्षा भी देते हैं। जैसे ज्योतिष आचार्य, वास्तु शास्त्राचार्य, अंक शास्त्राचार्य, पीएचडी इन एस्ट्रोलॉजी.
इन सबके अलावा ज्योतिष आचार्य शिव गर्ग जी देश के कई टीवी चैनलों के माध्यम से भी लोगों का मार्गदर्शन करते आ रहे है। अगर आपके जीवन में भी किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या है और आचार्य जी का मार्गदर्शन चाहते हैं तो जनम पत्रिका ,अंक शास्त्र एवं लाल किताब ,वास्तु शास्त्र समन्धी शिक्षा और परामर्श के लिए आप संपर्क कर सकते हैं।
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