परिचय-:
गुरूजी सुशिल कुमार जी वास्तु-शास्त्र और वैदिक ज्योतिष के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध और सम्मानित नाम।
आचार्य जी अध्यात्म क्षेत्र का जाना पहचाना नाम है। ज्योतिष और वास्तु के अथाह ज्ञान के साथ गुरूजी रमल शास्त्र के भी ज्ञाता है।माँ दुर्गा के अनन्य भक्त गुरूजी श्रीदुर्गासप्तशती के मर्मज्ञ साधक हैं। माँ दुर्गा से प्राप्त आशीर्वाद के द्वारा गुरूजी ने असयंख भक्तो का कल्याण किया है।
भगवती दुर्गा के परम भक्त गुरूजी का जन्म कोई आकस्मिक न होकर देवयोगात घटना थी। गुरूजी का जन्म संत शिरोमणि कबीर साहेब जी के कुलवंश में ज्येष्ठ मास की पूण्य पूर्णिमा (कबीर जयंती) को अत्यंत साधारण परिवार में हुवा। गुरूजी का बाल्यकाल धन विहीन परिस्थितियों में गुजरा तब गुरूजी ने मन में संकल्प लिया की वो धन कमाने की अपेक्षा जन साधारण की सेवा करेंगे और जितना हो सके मनुष्यो के दुखो को दूर करेंगे।
मन में यही संकल्प लिए गुरूजी ने चिकित्सा क्षेत्र को चुना ताकि बीमार असहाय जन की सेवा कर सकें। उसके कुछ समय बाद माँ भगवती की अनुकम्पा से गुरूजी को प्रेरणा हुई की दुःख में डुबे मनुष्यो को व जगत को दुखो से उबारने हेतु अध्यात्म, ज्योतिष और वास्तु का अध्ययन आवश्यक है।
अतः गुरु जी ने गहन अध्ययन द्वारा तथा अन्यान्य महापुरुषों एवं विद्वानों के मार्गदर्शन में आशीर्वाद स्वरूप दक्षता प्राप्त की। गुरूजी पिछले 7 वर्षो से चिकित्सा सेवा क साथ साथ ज्योतिष व वास्तु के ज्ञान के द्वारा समाज कल्याण भी कर रहे हैं। गुरूजी के मार्गदर्शन में बताये गए उपाय अत्यंत प्रभावी होते है।
गुरूजी का मानना है की भगवत कथाओ को सुनने की बजाये उसके पवित्र शब्दों को अपने जीवन में उतारे ताकि आपका कल्याण हो सके। गुरु जी का कहना है की हरी कथा समस्त सुखों का मूल है। जहां हरी कथा होती है,वहा कोई भी वास्तुदोष, ग्रहों की नकारात्मक दशा , तंत्र मन्त्र किसी भी व्यक्ति का अनिष्ट नही कर सकते।
गुरूजी का मानना है की कुंडली में चाहे कितने भी दोष क्यों न हो हर समस्या का समाधान ज्योतिष में मौजूद है साथ ही गुरूजी का कहना है अगर आपके घर, मकान, दूकान, आफिस आदि किसी भी जगह वास्तु दोष लगा है तो उसे बिना तोड़ फोड़ के सही किया जा सकता है।
आचार्य सुशिल कुमार जी के मार्गदर्शन में हजारों परिवार सुख और सम्रद्धि के साथ जीवन की आशातीत उचाईयों को प्राप्त कर रहें है। अगर आप भी अपने जीवन में खुशियां प्राप्त करना चाहते है तो तुरंत गुरूजी का मार्गदर्शन प्राप्त करें, गुरूजी से ज्योतिष व वास्तु सम्बन्धी सलाह व जानकारी प्राप्त करने हेतु संपर्क करे ।
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